नमस्ते प्यारे दोस्तों मैं हु डॉक्टर विनोद कुमार व आप देख रहे हो स्वामी दयाननद नेचुरोपैथी का हॉस्पिटल की वेबसाइट ,
दोस्तों आज जो युग चल रहा है जिसको डिपरैशन का युग कहते है
उसमे एक आम बात हो गई है लोग आत्महत्या करने लगे है तथा वो पैदा होता ही आपके अपने विचार से अगर हमें आत्महत्या के विचार को ख़तम कर दिया तो हम किसी व्यक्ति की जिंदगी बचा सकते है आप अपने आत्महत्या के विचार को काबू कर लो तो आप एक नहीं आप लाखो नहीं करोडो लोगो की जान को बचा सकते हो इतना विसवास रखे ये ऊपर वाले ने आप को इतनी शक्ति दी है कि आप विकास कर सकते हो | आप अपने इन्ही विचारों की वजह से अपनी जीवन लीला ख़तम करने के लिए उतारू हो |
आज मैं इसी विचारो पे बात करूगा सिर्फ दो सवाल पुछुगा आप से अगर आप के पास इस का जवाब है तो आप कभी बी आत्महत्या के बारे में सोचेंगे भी नहीं आप हमेशा सकारात्मक विचार रखोगे और अपने जीवन का एक मकसद बनाओगे | आप का जीवन अपने आप में एक मकसद होगा जो दोसरो को सपोर्ट दे दोसरो की जिंदगियों को बचाएगा | |
सिर्फ दो सवाल
तथा अपने कमरे में अपनी रसोई में ये सवाल लिख लिजीये और इस का उतर आप दे सके तो आप के दिमाग में बैठ जाएगी पहले तो ये कारन बता देना चाहता हु की देखो चार या पंच कारन ही की जिस की वजा से आदमी के मन में अपनी आत्म हत्या के विचार आते है
नंबर 1
धन के आभाव के कारण
उसकी जेब में पैसा नहीं और जिसके लोक डाउन में मिलियन ऑफ़ इंडियन उसकी जेब में पैसा ख़त्म हो चुका है| बाजार में कोई सामान खरीदने जायँ वो नहीं मिलता नौकरी की सुरक्षा ख़त्म हो चुकी है| हर व्यक्ति जो नौकरी पाना चाहता हे | वो आशा ही ख़त्म हो चुकी है | जिसकी वजह से धन की जो रिस्पॉन्सीब्ली थी :वो पूरा करने में असमर्थ हो गया है | इस लिए आत्म हत्या की सोच बन रही है |
नंबर दो
भयंकर बीमारी
कोई भयंकर बीमारी लग गई जिसे आप कहते हो h i v ,ऐसा कोई वायरस नहीं जो आदमी की इम्यून सिस्टम को ख़त्म कर दे | यह जो आपने भोजन डाइट प्लान लिया था | जो कि ख़राब भोजन आप ने खाया, उसकी वजह से आपकी इम्यूनटी कम हुई है |
नंबर तीन
कैंसर
जिसे कैंसर जैसा कोई भयंकर रोग हो गया हो जिससे आपकी इम्यूननटी कम हो जाती है | जिसकी वजह से आपको नेगेटिव थॉट बढ़ जाते हैं | इसके इलावा बीते समय में जो गलतियां हो गई थीं जिससे आत्म ग्लानि और क्रोध का अनुभव होता हे | तथा अकेलेपन की जिंदगी महसूस होती हे
उसमे एक आम बात हो गई है लोग आत्महत्या करने लगे है तथा वो पैदा होता ही आपके अपने विचार से अगर हमें आत्महत्या के विचार को ख़तम कर दिया तो हम किसी व्यक्ति की जिंदगी बचा सकते है आप अपने आत्महत्या के विचार को काबू कर लो तो आप एक नहीं आप लाखो नहीं करोडो लोगो की जान को बचा सकते हो इतना विसवास रखे ये ऊपर वाले ने आप को इतनी शक्ति दी है कि आप विकास कर सकते हो | आप अपने इन्ही विचारों की वजह से अपनी जीवन लीला ख़तम करने के लिए उतारू हो |
आज मैं इसी विचारो पे बात करूगा सिर्फ दो सवाल पुछुगा आप से अगर आप के पास इस का जवाब है तो आप कभी बी आत्महत्या के बारे में सोचेंगे भी नहीं आप हमेशा सकारात्मक विचार रखोगे और अपने जीवन का एक मकसद बनाओगे | आप का जीवन अपने आप में एक मकसद होगा जो दोसरो को सपोर्ट दे दोसरो की जिंदगियों को बचाएगा | |
सिर्फ दो सवाल
तथा अपने कमरे में अपनी रसोई में ये सवाल लिख लिजीये और इस का उतर आप दे सके तो आप के दिमाग में बैठ जाएगी पहले तो ये कारन बता देना चाहता हु की देखो चार या पंच कारन ही की जिस की वजा से आदमी के मन में अपनी आत्म हत्या के विचार आते है
नंबर 1
धन के आभाव के कारण
उसकी जेब में पैसा नहीं और जिसके लोक डाउन में मिलियन ऑफ़ इंडियन उसकी जेब में पैसा ख़त्म हो चुका है| बाजार में कोई सामान खरीदने जायँ वो नहीं मिलता नौकरी की सुरक्षा ख़त्म हो चुकी है| हर व्यक्ति जो नौकरी पाना चाहता हे | वो आशा ही ख़त्म हो चुकी है | जिसकी वजह से धन की जो रिस्पॉन्सीब्ली थी :वो पूरा करने में असमर्थ हो गया है | इस लिए आत्म हत्या की सोच बन रही है |
नंबर दो
भयंकर बीमारी
कोई भयंकर बीमारी लग गई जिसे आप कहते हो h i v ,ऐसा कोई वायरस नहीं जो आदमी की इम्यून सिस्टम को ख़त्म कर दे | यह जो आपने भोजन डाइट प्लान लिया था | जो कि ख़राब भोजन आप ने खाया, उसकी वजह से आपकी इम्यूनटी कम हुई है |
नंबर तीन
कैंसर
जिसे कैंसर जैसा कोई भयंकर रोग हो गया हो जिससे आपकी इम्यूननटी कम हो जाती है | जिसकी वजह से आपको नेगेटिव थॉट बढ़ जाते हैं | इसके इलावा बीते समय में जो गलतियां हो गई थीं जिससे आत्म ग्लानि और क्रोध का अनुभव होता हे | तथा अकेलेपन की जिंदगी महसूस होती हे
नंबर चार
किसी अजीज की मृत्यु
किसी अजीज की जिससे आप बहुत प्यार करते हो उसकी मृत्यु हो जये
आज मैं आप से दो प्र्शन पूछ रहा हु जिसको आप ने समझना है
प्र्शन १
यदि किसी जानवर को २० दिन भोजन न दिया जाये तो वो क्या स्वीकार करेगा
आप बताये क्या वो स्वीकार करता है के उसे आत्म हत्या करनी चाहिए या मुझे मर जाना चाहिए
यदि किसी हाथी को खङे की दल दल में उसका मुँह निचे किया जाये क्या वो इसे स्वीकार कर लेगा या अपने आप को बचानें की कोशिश करेगा | या वो नेवर गिव अप की पालिसी पर वो आगे बढ़ते है या वो बीस दिन के बाद भी भोजन खाना चाहते है | तो जवाब यही मिलता है कि बिस दिन के बाद भी सभी पशु तो भोजन खायेगे व जीवन की आशा के साथ वह जियेगा उसको मकान नहीं चाहिए, प्रॉयर्टी नहीं चाहिए
क्योकि सभी जानवर प्रकृति में विश्वास रखते है यदि मैं अच्छा भोजन खाऊंगा तो मैं स्वस्थ हो जाउगा | आप भी ऐसा विश्वास शुरू करे | आज आप के पास एक लाख समस्या है | यह ख़तम हो जाएगी तथा बहुत अच्छे सलूशन मिलने वाले है
आप को बहुत अच्छे परिणाम मिले वाले है इस एक्सेम्पल से की जानवर २० दिन बाद भी भोजन ही खाता है तथा उस को २० दिन यह विश्वास होता है की मुझे भोजन मिलेगा | हाथी को १० दिन एक खड़े में डाला जाता ही
तो उस को एक उम्मीद होती है की मुझे भोजन मिलेगा आप भी कहिये की मेरे पास भी समस्याएं है जिन का हल नहीं मिल रहा पर एक दिन मेरे एक लाख मुसीबतो का हल मिलेगा
मैं पावरफुल हो जाउगा तो ऐसा विश्वास व ऐसा बिलीव महसूस कीजिये | आंखे बंद कर के यह रिपीट कीजिये मेरे पास यह समस्याएं है | और बहुत जल्द उसका रिजल्ट मिलने वाला है | मिलने वाला है | जानवर को भी तो २० दिन बाद भोजन मिलता है | आपको भी सलूशन मिलेगा |
आप का प्र्शन का उतर साफ हो गया है | जितने भी दुनिया में जानवर है उनके हिसाब से जीवन जीना है |
प्र्शन दो
सीरियस हो जाये
बिना प्रैक्टिस करे, बिना कम वजन उठाये, बिना १ लाख रेप्स लगाए, क्या आप १०० किलो का वजन उठा सकते है |
बताये के आप सो किलो की बेन्च प्रेस लगा सकते हो |
मुझे अच्छी तरह से याद है 1998 के लगभग मैंने gym आरम्भ की थी तथा एन्ड तक मैंने १ क्वांटल की बेन्च प्रेस भी लगाई थी | 1998 से आज २०२० है आज २२ साल हो गए है | मुझे रेप्स हुए | १० kgs , २० किल्लोग्राम लगाया , ५० किलोग्राम लगाया , ७० किलोग्राम लगाया , ९० किलोग्राम उठाया , मुझे याद आ रहा है इस सर्दिया मैंने १०० किलोग्राम का बेंच प्रेस लगाया है | सवाल यह है के १०० किल्लो का वजन आप बिना रेप्स के उठा सकते हो | नहीं नहीं | आप मुझे १०० बार कहोगे नहीं भाई, मैं नहीं उठा सकता | तो आज जो आप की समस्या है | जो हल नहीं हो रही, वः सो किलो का वजन है | जो आप नहीं उठा सकते | यह मानिये | यह बिलीव करे अपने माइंड में | आप को धीरे धीरे रेप्स माइंड के लगाने है | सबसे पहले छोटी छोटी समस्या हल करना सीखे |
यदि १०० किल्लो की मुझे ७ रेप्स लगानी है तो फर्स्ट २५ किल्लो की ७ रेप्स से शुरू करना होगा व धीरे धीरे स्टैमिना बढ़ाना है मुझे
आप छोटी -छोटी समस्यायों का हल ढूँढिये | छोटी-छोटी बड़ी समस्यांए अवश्य हल होंगी| पहले थीं एजेंटी fear स्ट्रेस डिप्रेशन इसको हल कीजिये | फिर आत्महत्या की सोच अपने आप हल हो जाएगी| आप कभी आत्म हत्या नहीं करोगे |
आज मैं आप से दो प्र्शन पूछ रहा हु जिसको आप ने समझना है
प्र्शन १
यदि किसी जानवर को २० दिन भोजन न दिया जाये तो वो क्या स्वीकार करेगा
आप बताये क्या वो स्वीकार करता है के उसे आत्म हत्या करनी चाहिए या मुझे मर जाना चाहिए
यदि किसी हाथी को खङे की दल दल में उसका मुँह निचे किया जाये क्या वो इसे स्वीकार कर लेगा या अपने आप को बचानें की कोशिश करेगा | या वो नेवर गिव अप की पालिसी पर वो आगे बढ़ते है या वो बीस दिन के बाद भी भोजन खाना चाहते है | तो जवाब यही मिलता है कि बिस दिन के बाद भी सभी पशु तो भोजन खायेगे व जीवन की आशा के साथ वह जियेगा उसको मकान नहीं चाहिए, प्रॉयर्टी नहीं चाहिए
क्योकि सभी जानवर प्रकृति में विश्वास रखते है यदि मैं अच्छा भोजन खाऊंगा तो मैं स्वस्थ हो जाउगा | आप भी ऐसा विश्वास शुरू करे | आज आप के पास एक लाख समस्या है | यह ख़तम हो जाएगी तथा बहुत अच्छे सलूशन मिलने वाले है
आप को बहुत अच्छे परिणाम मिले वाले है इस एक्सेम्पल से की जानवर २० दिन बाद भी भोजन ही खाता है तथा उस को २० दिन यह विश्वास होता है की मुझे भोजन मिलेगा | हाथी को १० दिन एक खड़े में डाला जाता ही
तो उस को एक उम्मीद होती है की मुझे भोजन मिलेगा आप भी कहिये की मेरे पास भी समस्याएं है जिन का हल नहीं मिल रहा पर एक दिन मेरे एक लाख मुसीबतो का हल मिलेगा
मैं पावरफुल हो जाउगा तो ऐसा विश्वास व ऐसा बिलीव महसूस कीजिये | आंखे बंद कर के यह रिपीट कीजिये मेरे पास यह समस्याएं है | और बहुत जल्द उसका रिजल्ट मिलने वाला है | मिलने वाला है | जानवर को भी तो २० दिन बाद भोजन मिलता है | आपको भी सलूशन मिलेगा |
आप का प्र्शन का उतर साफ हो गया है | जितने भी दुनिया में जानवर है उनके हिसाब से जीवन जीना है |
प्र्शन दो
सीरियस हो जाये
बिना प्रैक्टिस करे, बिना कम वजन उठाये, बिना १ लाख रेप्स लगाए, क्या आप १०० किलो का वजन उठा सकते है |
बताये के आप सो किलो की बेन्च प्रेस लगा सकते हो |
मुझे अच्छी तरह से याद है 1998 के लगभग मैंने gym आरम्भ की थी तथा एन्ड तक मैंने १ क्वांटल की बेन्च प्रेस भी लगाई थी | 1998 से आज २०२० है आज २२ साल हो गए है | मुझे रेप्स हुए | १० kgs , २० किल्लोग्राम लगाया , ५० किलोग्राम लगाया , ७० किलोग्राम लगाया , ९० किलोग्राम उठाया , मुझे याद आ रहा है इस सर्दिया मैंने १०० किलोग्राम का बेंच प्रेस लगाया है | सवाल यह है के १०० किल्लो का वजन आप बिना रेप्स के उठा सकते हो | नहीं नहीं | आप मुझे १०० बार कहोगे नहीं भाई, मैं नहीं उठा सकता | तो आज जो आप की समस्या है | जो हल नहीं हो रही, वः सो किलो का वजन है | जो आप नहीं उठा सकते | यह मानिये | यह बिलीव करे अपने माइंड में | आप को धीरे धीरे रेप्स माइंड के लगाने है | सबसे पहले छोटी छोटी समस्या हल करना सीखे |
यदि १०० किल्लो की मुझे ७ रेप्स लगानी है तो फर्स्ट २५ किल्लो की ७ रेप्स से शुरू करना होगा व धीरे धीरे स्टैमिना बढ़ाना है मुझे
आप छोटी -छोटी समस्यायों का हल ढूँढिये | छोटी-छोटी बड़ी समस्यांए अवश्य हल होंगी| पहले थीं एजेंटी fear स्ट्रेस डिप्रेशन इसको हल कीजिये | फिर आत्महत्या की सोच अपने आप हल हो जाएगी| आप कभी आत्म हत्या नहीं करोगे |
1. Reps of Positive Self Talk
अब सकारात्मक सोच के बारे में बात करते हैं| एक कॉपी व पेन लीजिये तथा उसमे हर रोज आपको लिखना है कि आई ऍम पोसिटिव {मैं सकरात्मक हूँ } | उसके बाद क्या लिखोगे सकारात्मक सोच के बारे में कि आई ऍम द बेस्ट | आई केन डु डिस=आई विल्ल विन एंड गॉड विद मी | मैं सब से उत्तम हूँ =मैं अपने आपको बदल सकता हूँ = मैं जीतूंगा = परमात्मा मेरे साथ है|
अब शुरू करते हैं ध्यान दस मिंट हर रोज ध्यान कीजिये | आखें बंद करके स्वांस के ऊपर फोकस कीजिये | उसके रेप्स लगाईए | स्ट्रेस ख़त्म होगा | होगा-होगा-होगा | अरे भाई पहले लम्बे-लंबे स्वांस लीजिये|
2. Reps of Deep breathing
हर रोज कम से कम दस से पंद्रह मिन्ट्स तक स्वांस को लम्बा खिचिये और छोड़ए | इसके द्वारा आप अपने दिमाग को ऑक्सीजन भेजते हो | आप इसके डेली रेप्स लगाए | सुबह ५ मिनट्स दोपहर को ५ मिनट्स व शाम को ५ मिनट्स | ५ मिनट्स डेली रेप्स लगाए | ५ सेकण्ड्स आप ने साँस लेना है पांच सेकंड साँस को रोकनी है व पांच सेकंड बहार निकालनी है |
3. Remind the Problem is Small and to Find Solution is Easy
अब शुरू करते हैं ध्यान दस मिंट हर रोज ध्यान कीजिये | आखें बंद करके स्वांस के ऊपर फोकस कीजिये | उसके रेप्स लगाईए | स्ट्रेस ख़त्म होगा | होगा-होगा-होगा | अरे भाई पहले लम्बे-लंबे स्वांस लीजिये|
2. Reps of Deep breathing
हर रोज कम से कम दस से पंद्रह मिन्ट्स तक स्वांस को लम्बा खिचिये और छोड़ए | इसके द्वारा आप अपने दिमाग को ऑक्सीजन भेजते हो | आप इसके डेली रेप्स लगाए | सुबह ५ मिनट्स दोपहर को ५ मिनट्स व शाम को ५ मिनट्स | ५ मिनट्स डेली रेप्स लगाए | ५ सेकण्ड्स आप ने साँस लेना है पांच सेकंड साँस को रोकनी है व पांच सेकंड बहार निकालनी है |
3. Remind the Problem is Small and to Find Solution is Easy
अपने आप को बार बार याद दिलाना है कि आप की समस्या छोटी व बहुत ही कम समय के लिए है |
आप ने बार बार अपने आप को यह बात याद दिलानी है के आप समस्या बहुत बड़ी नहीं है यह तो आसानी से सॉल्व हो जाएगी | व इसका सलूशन निकलना तो बहुत आसान है | समस्या छोटी है व हल निकलना आसान है | सलूशन आसान है आसान है | आसान है |
4. Give the Time to Solve Your Problem
अपनी समस्या के हल के लिए समय दान दे
नकरात्मक विचारों को समय देने की बजाए आप अपना ध्यान अपनी समस्या के हल के लिए लगाए | मैं डेली १५ मिनट्स, १/२ घंटा। १ घंटा समस्या को हल करने के बारे में सोचुगा | इसको मैं रेप्स मानुगा व क्योंकि ऐसी से मेरी पॉजिटिव थिंकिंग के मसल्स बनेगे |
5. Stop to Eat Medicine
सभी मेडिसिन खाना बंद करे
सभी मेडिसिन बॉडी की बीमारी का इलाज नहीं करती सिर्फ उसको दबाती है व आप का मेन्टल डिऑर्डर करती है | ऐसी मेन्टल डिसऑर्डर से नेगेटिव थॉट्स आते है व सबसे बड़ा नेगेटिव थॉट ही आत्म हत्या का विचार है |
इस लिए सभी मेडिसिन खाना बंद कर दे | जितना आप फ्रूट्स, ग्रीन वेजटेबल्स , घर का भोजन खाओगे उतना ही आप को मेन्टल मिलेगी |
6. Thanks What You Have
जो भी आप के पास है उसके लिए आप कृतज्ञता प्रदर्शित करे
चाहे आप के पास आज लाखों समस्याएं हो पर फिर भी आप के पास जो है उसके लिए आप को भगवान का धन्यवादी हो |
यदि आप को बाहर से नेगेटिव थॉट मिले तो उसे इस तरह हैंडल करे
लोग कहते है डॉ. विनोद कुमार आप का वेट कम हो गया
में कहता हूँ मेरी उम्र ४० से २० साल हो गयी है |
आप को हर रोज भगवान का व पांच लोगों का धन्यवाद लिखना चाहिए इस से सकरात्मक भावना बनती है | इसके लिए आप एक नोटबुक या मोबाइल एप का इस्तमाल कर सकते हो |
आप को उपरोक्त ६ चीजों का डेली अभ्यास करना है अभ्यास से ही सफलता मिलती है यह हमेशा याद रखे |
Video Tutorial
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