नमस्कार दोस्तों, आज हम जानेंगे कि वीर्यनाश से सेहत का नाश कैसे होता है | देखिए सदियों से हमारे ऋषि मुनियों ने वीर्य की रक्षा के लिए तन मन धन लग दिया गुरुकुल सिस्टम होता था जहां विद्यार्थी को शिक्षा ग्रहण के जाती थी और उसे ब्रह्मचारी कहा जाता था और उसका मूल जो सिद्धांत था कि उसके वीर्य की रक्षा करनी है |
अब यह सहत का कैसे नाश करेगा चाहे स्त्री हो चाहे पुरुष हो चाहे जवान हो चाहे बूढ़ा हो चाहे बच्चा हो, ब्रह्मचारी से ही उनकी उनती होती है और वीर्य नाश से विनाश होता है | खासकर सेहत का विनाश कैसे होता है इसको कुछ साइंटिफिक तरीके से मैं आपको बताने वाला हूं |
वीर्य क्या है?
तो क्या होगा इसमें देखो जो वीर्य को हम सिंपल भाषा में कहते हैं स्पर्म्स ओके स्पर्म्स कैसे बनता है यह मैंने भोजन खा लिया | तो यहां तक मैंने मेहनत की आगे
इसको जो है सातवी धातु में जो कन्वर्ट करेगा वह परमिता परमात्मा है यही स्त्रियों में रज हो जाता है और पुरुषों में वीर्य कहते हैं इसको अगर आप इसकी भाषा तो दोनों में ही वीर्य होना चाहिए सिर्फ नाम की उसमें बदलाव है उसको रज कह दिया इसको वीर्य कह दिया और दोनों में ही वीर्यवान होने चाहिए |
सातवी धातु क्या है?
ओके तो समझिए कि सातवी धातु क्या है चाहे पुरुष है चाहे लेडीस है सातवी धातु दोनों की बनती है ओके नंबर वन मुँह से भोजन खाया जाता है और अंदर भेजा जाता है अंदर डाइजेशन सिस्टम है तो भोजन से रस बन गया रस को क्या कहते हैं प्लाज्मा ओके भोजन से रस, रस से रक्त से मास, मास से मेद, मेद से अस्थि, अस्थि से मज्जा, मज्जा से वीर्य का निर्माण हुआ |
अब भोजन से रस बना, इसे ही प्लाज्मा कहते है |
प्लाज्मा से क्या हुआ ब्लड ब्लड से क्या हुआ मास यह मास के अंदर | जो इसके अंदर है यह मसल्स बाहर वाला और अंदर वाला मसल्स और मसल्स के अंदर क्या है मेद | मेद का मतलब फैट बॉडी फैट इस मसल के अंदर
रहती है और मेद के के अंदर है अस्थि | अस्थि का मतलब हड्डियां बोन और फिर उसके बाद अस्थि के बाद मज्जा मज्जा का मतलब बोन मैरो और बोन मैरो के बाद क्या है वीर्य अब य धातु बदलेगी किसम यह वापस शरीर में जाएगी उसको कहते है जो तेज और ओज हमारे ओज के साइंटिफिक वर्ड में आ जाता है इम्यून सिस्टम |
वीर्य नाश सेहत का नाश
अब वीर्य नाश सेहत का नाश कैसे होगा अब | देखिए कैसे होता है सेहत का नाश जब जब आप वीर्यनाश करते हो अश्लील विचारों से काम वासना से अपने इंद्रियों से | जो परमपिता परमात्मा का सिस्टम है उसकी मर्यादा को आप ब्रेक कर देते हो चाहे धर्म
पत्नी है चाहे उसका पति है कोई भी नाश करेगा तो उसका सर्वनाश होगा कैसे?
अब उल्टा चलते हैं मैंने कहा ना कि सातवी धातु वीर्य है और उसका नाश हो गया इसका मतलब इम्युनिटी खत्म
हो गई देखो कैसे उल्टे चकर चलते हैं सबसे पहले यही इम्यून सिस्टम वापस जाता है बोन मेरो में
अब आप कहोगे बोन मेरो होता क्या?
मेरी बॉडी में जितनी भी हड्डिया है 200 है किसी की ज्यादा है
कितनी भी है 206 है तो यह सारी हड्डियों के बीच में एक ब्लड की तरह बोन मेरो रहता है ओके जिसका काम होता है वाइट ब्लड सेल बनाना जिसका काम होता है
रेड ब्लड सेल बनाना प्लेलेट बनाना ताकि खून जमने में सहयोग दे इसके अलावा जितना भी यह ब्लड है बॉडी का इसको प्यूरिफाई करता है तो यह किसका काम है बोन मेरोका
जब आपने वीर्य का नाश कर दिया तो यह काम करना बंद कर देगा बोन मैरो बनना बंद हो जाएगा आपका और फिर उससे वाइट ब्लड सेल खत्म | रेड ब्लड सेल खत्म प्लेटलेट्स कम होने लग गई| तो इम्युनिटी आपकी पूरी बॉडीकी जिसने फाइट करना है वो है नहीं
पांचवी धातु का नुकसान होगा
बोन मैरो बनना बंद हो बंद हो गया क्योंकि उसको आगे परमात्मा यह नहीं चाहता कि वो वेस्ट हो जैसे एक सुनार , एग्जांपल बताता हूं एक सुनार अगर इतनी मेहनत से सोने को गला के भट्ठी में गला के सोना बनाता है तो वो जेवर बनाता है वो किसी नाले में उसको फेंकेगा नहीं
पर आप अश्लील विचारों से गंदे विचारों अपना कीमती सोना फेंक रहे हो| से तो अगर आप ऐसा करते हो आपने गंदे नाले पर वो फेंक दिया तो आपका बोन मेरो बनना
बंद हो जाएगा उसके साथ साथ इम्युनिटी खत्म फिर उसके बाद आ गई बोन | बोन आपकी कमजोर होना | जॉइंट से हड्डियां कमजोर हो जाएंगी कहीं भी हल्का
सा फ्लेक्सिबल तो होगी नहीं उसमें अंदर से टूटने लग जाएंगी जिन जिन व्यक्तियों ने वीर्य का नाश किया है उनकी हड्डियां कमजोर हो गई है क्योंकि वह ओज वो तेज अंदर गया ही नहीं उसका कार्य में बाधा हो गई परमपिता परमात्मा कहता है कितनी मेहनत करता हूं यहां तक भोजन खाया नीचे मैंने मेहनत की यह आदमी उसको वेस्ट कर रहा है अब इसका बनाना ही बंद कर दिया सिस्टम वो वापस जाता है कोई चीज ऐसा तो नहीं है देखो आपने सोने के गहने बनाए क्या वो वापस नहीं जाते अगर उसको पिलगाओ | पिलाओगे तो वह सोना बन जाता है ऐसे जो अंदर वीर्य का निर्माण हुआ या तो उससे वीर्य वान संतान उत्पन्न होती है या अंदर ही वो खप के अंदर ही उसको उस्वी तेजस्वी बना देता है |
हड्डियों की जितनी बीमारिया है वो आपको लगेंगी वो ठीक नहीं होंगी तो सेहत का नुकसान हो गया सेहत का नाश हो गया ओके चलने में दिक्कत उठने में दिक्कत नीचे से पैरों के नीचे से पेन स्टार्ट फिर घुटनों का पेन स्टार्ट फिर य कुल्ले की हड्डी इसका पेन स्टार्ट यह मोड़े आपकी बाजू का पेन स्टार्ट हड्डी सिर की हड्डी का पेन स्टार्ट
चौथी धातु का नुकसान
बॉडी का फैट बनना बंद अब आप कहोगे तो लोग तो जो अश्लील है या दूसरे बहुत मोटे हैं वो फैट नहीं है आपने कभी दिया देखा है अगर उसमें देसी घी जला दे उसमें आग लगा दे तो जैसे जैसे अग्नि के साथ वो संपर्क होता है उसका तो वो फैट एनर्जी में कन्वर्ट होता है वो एनर्जी वाली फैट आपकी बॉडी से खत्म हो जाएगी और आपके शरीर में कमजोरी आ जाएगी |
तीसरी धातु ब्लड बनना बंद हो जाएगा
तीसरी धातु सबसे ज्यादा ब्लड ब्लड बनना बंद हो जाएगा एनीमिया का पेशेंट अब आप कहोगे यह ब्लड तो आपने कह दिया था बोन मैरो में बनता है व व बहुत शुद्ध पॉइंट प इस ब्लड सेल को बनाने वाले टिशू है वहां और यह जब सेल ही नहीं बनेंगे ब्लड सेल ही नहीं बनेंगे तो बॉडी की बीमारियों से लड़ने की क्षमता कैसे होगी कोई इंफेक्शन कैसे फाइट करती है बॉडी वहां ब्लड जाता है उसम सेल होते हैं एक दूसरे से फाइट होती है इस ब्लड में इम्युनिटी सेल जो है वाइट ब्लड सेल रेड ब्लड सेल उससे फाइट करते हैं वो होगी नहीं और धीरे धीरे आप कमजोर होते जाओगे |
तीसरी धातु रस बनना बंद हो जाएगा
दूसरा आ गया रस | रस आपका दूषित हो जाएगा और रस बनेगा नहीं यानी टोटल पाचन तंत्र आपका खराब पेट सही नहीं रहेगा कब्ज होगी लीवर सही नहीं रहेगा किडनी सही नहीं रहेगी | ओके तो अब आ गया भोजन भोजन जब आपने दूषित किया तो उससे तो वीर्य वैसे ही नाश होना है इसलिए उसको भी आपने सुधारना है|
तो अभी हम जो बात कर रहे थे के वीर्य नाश से सेहत
का नाश और अभी हमने क्या कहना है वीर्य रक्षा से सेहत का सुधार तो आज ही से इस साइंटिफिक टेक्नीक को आपने समझना है सात धातुएं हैं ये सात धातुएं
हैं ओके और एक एक धातु में वापसी जाती है वीर्य की और उसको पुष्ट करती उसको शक्तिशाली बनाती है और जो आपके अंदर का तेज होता है वह सामने आता है आप
सहत से भी ऊपर शक्तिशाली बलवान बन जाते हो सेहतमंद तो रहते ही हो हमेशा इसलिए आज ही से अश्लील चीजों जो मन के द्वारा हुए | मन को कंट्रोल करके काम वासना वाली चीजों को देखना सुनना बोलना लिखना जिससे वो उत्तेजित हो वासना तो जन्मों जन्मों की है परंतु अगर उसको आप आग दोगे चिंगारी दोगे तो यह ज्वाला कभी बुझने वाली नहीं है और इसमें आपका ही सर्वनाश होगा सेहत का नाश उसके बाद आपका सर्वनाश |
दोस्तों मैंने एक ईबुक लिखी है जिसका नाम है ब्रह्मचर्य के १०० लाभ इसे डाउनलोड करके पड़े |
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