दोस्तों बहुत समय से बहुत सारे पेशंट ये जानना चाहते है IBS की समस्या है इस का प्राकृतिक इलाज क्या है तो आज हम इस के बारे में बात करेगे ।
IBS का मतलब है आप की आंतो में संकुचन हो जाना | देखो, प्राकृतिक चिकित्सा में इस नाम की कोई बीमारी नहीं है , नेचरपेथी मानता क्या है , आप की फुल बॉडी में किसी भी पार्ट में डस्ट इकठा हो जाए तो आप का टोटल पाचन तंतर हिल जाता है भोजन पचता नहीं है पेट में दस्त आना शुरू हो जाता है उलटी आना शुरू हो जाता है ,भयंकर कब्ज रहती तथा पेट में दर्द रहता है ,इस का सीधा अर्थ है की आप के पेट में विजातीय डस्ट इकठा हो गया है
अब ये लक्षण कैसे आये ये बीमारी वेस्टन कन्ट्री की देन है भारत में ये बीमारी नहीं थी भारत में हर एक मनुष्य का जीवन हेल्थी रहता था क्योंकि नेचर के जो भी नियम थे वो पालन किये जाते थे , अब ये नियम पालन नहीं किये जा रहे तो मानुष का पाचन तंत्र ख़राब हो गया तो डॉक्टर ने ये कहा की आप का इम्यून सिस्टम ख़राब हो गया है ये परलीज़ हो गया है , इस मतलब है की वो हजम करने के योग्य नहीं है , तो आप हमेशा के लिए IBS के पेशंट बन गए , इस का कई भी टेस्ट नहीं है लेकिन डॉक्टर आप को बहुत सरे टेस्ट करने के लिए कहे गए, बाद में डॉक्टर आप को कहेगे की आप के पेट में बैक्टीरिया हो गए है और अब तुम्हें ये गोलियां खानी पड़े गई |
ibs या जीतनी भी बीमारिया है इन सब का नेचरपेथी में इलाज है। तो आइये सिखाते है
1. विश्वास करे आपका पाचन तंत्र मजबूत होगा
कभी भी आप ने अपने मन से बीमार नहीं होना आप की मन की शक्ति बहुत जयादा है , आप का पेट तो लोहे का बना है |
यदि आप के मन की पावर बहुत जयादा है इस में कभी गड़बड़ हो ही नहीं सकती , office में जहॉ भी जाओं कभी भी गैस नहीं बनेगी ,कभी आप की आंते संकुचित नहीं होगी ,यदि आप ने सिख लिया की माइएंड की शक्ति को कैसे इंक्रीज किया जाता है | तो आये इस को सीखते है,सब से पहले यह देखते है की इस का कया प्रभाव पड़ता है और जिस को हम IBS कहते है ,जो की है नहीं लकिन वो बन जाता है,कियु की उस के सिम्टम्स आप को लग जाते है , आप ने नेट को हजम कर लिया आप ने विकिपीडिया को हजम कर लिया आप सभी डॉक्टरों के पास गए आप को कबज रहते थी दस्त रहते थे ,तो डॉक्टर ने भी अपनी मर्जी से आप को दवाई देते रहना है तो डॉक्टर आप को कहे गए की तुम मेरे परमानेंट पेशंट हो बस ये दवाइया लगातार खाये जाओ , तो माइंड ने ये बात मान लिया है के मै बीमार हु। मैं IBS का पेशंट हु। अरे भाई मन को तो समझाना चाहिए की मै हेल्थी हु ,लकिन आप के मन में इमैजिन कर लिया की मैं बीमार हु मैं कमजोर हु , तब दिमाग में ये बात आएगी गई की तू कैसे पेशंट बन गया है तब वो दिमाग जो IBS का पेशंट वो ये सोचता है की तू देख तेरे को कबज रहती है तेरा दस्त रहते है उस को सोते हुए सपने आते है, की मेरी जो ये ४० फ़ीट की आंत है जो ये ८ फ़ीट की बड़ी आंत है बिल कुल संकुचित हो गई है,तो मॉल तो बहार आएगा ही नहीं ,मै जो भी खाऊंगा वो बहार निकलग जायेगा बिना हजम हुए दस्त से मुझे कमजोरी फील हो रही है मै थक रहा हु तो बार बार मन आप को ये समझाने वाला है के तू जा रहा है योर फीलिंग नेगटिव बार बार यही सोच रहा है आप के माइंड आप को बारबार ये फोटो देखा रहा है के तू जा रहा है पहले आप अपनी एनर्जी से वो फोटो देखना चाहते थे इमेजिनेशन रिअलिटी बन जाती है उदाहरण मैं देता हु ,
बहुत साल पहले रेलगाड़ी नहीं चलती थी बैल गाड़ी चलती थी तो जिस वैयक्ति ने सोचा की भाप से इंजन बनाया जाये पीछे डब्बे लगाए गे एक ट्रैक होगा उस पर गाड़ी चलेगी तो आज रिअलिटी है जहा देखो अमीरिका जापान इंडिया हर जगह रेल गाड़ी चल रही है अच्छी सोच आगे ले जाये गई बुरी सोच पीछे ले जाएगी
एक वियक्ति ने सोचा पंछी उड़ रहा है एक ऐसे जहाज बनाया जाये, तो बन गया , हवाईजहाज मै उड़ कर आया हु। जी हा वो जो इमेजिन किया था वो रियलिटी बनती है , क्योकिं मन बार बार दिमाग को ये सिगनल देता है ये काम कर ये काम कर दिमाग को बार बार ये सिग्नल मिल रहा दिमाग बार बार ये कहता है की तेरा पेट ख़राब हो रहा है तू बीमार है तू बीमार है तुझे IBS की बीमारी है ये बात बार बार सोचने पर आप बीमार हो जाते है इस वजहें से ब्रेन ये हार्मोन बनाने लगता की तू बीमार है आप के शरीर के हर भाग में इन्फैशन स्टार्ट हो जाता अगर आप लेडीज है तो आप के यूट्रस में इन्फैशन स्टार्ट आप को बालिडिंग बहुत जयादा हो जाये गई तो अब हमने कया करना है मुझे IBS नहीं है मैं इसका शिकार नहीं हु यह जो कब्ज हुई है दस्त हुए है वो मेरे लाइफ स्टाइल की मिस्टेक है हा मैं यह मानता हु यह मेरी गलती है
यह बार बार कहो
मैं सेहतमंद हु , सेहतमंद था , सेहतमंद रहुँगा
पर कुछ गलतियाँ हुई है मैं उनका सुधार कर सकता हूँ | आप अपनी गलतियाँ का सुधार कर सकते हो
मैंने भी बचपन में गलतियाँ की थी मेरा भी पेट ख़राब रहता था | मुझे दस्त रहते थे मुझे भी कब्ज रहती थी , मेरे पेट में भी दर्द था , पर अब ऐसा नहीं है | अब मेरा पेट स्टील बन गया है मुका भी मरेगा तो वह भी सहन कर लूंगा इसमें शक्ति आ गयी है |
यह मेरे ब्रेन की शक्ति है जिस से मेरे इंटेस्टाइन को स्टील बनाना है | कभी भी अपने माइंड को परलीज़ नहीं होने देना | अपने यह सोचना है आप दुनियां में से जाओं गे तो दुनियां को क्या देकर जाओगे | न के यह सोचना है मेरा पेट ख़राब है मेरा पेट ख़राब है आप की कल्पना में कुछ ऐसी चीज है जो आप ने देनी है | udemy website में बहुत से ऐसे लोग आते है तो प्रोग्रामिंग की भाषा सिखाते है, व आप जावा भी सिख सकते हो , बहुत सारी भाषा सिख सकते हो सीखा सकते हो इसके इलावा बहुत सारे ideas ऐसे है जिस से आप कई समस्यों का हल दे सकते हो | वह आप अपनी एनर्जी लगाएं व बीमारी को याद करने में अपनी एनर्जी waste न करे |
इस तरह से आप की एनर्जी कम होती जाएगी ,और फिर डॉक्टर तो बठे ही है काँची ले कर हाथ में काट देंगे अगर आप के अप्डीक्स खराबी है तो ओप्रशन से काट दे गे ,और अगर आप की गलती की वजह से आप का गाल ब्लाडर में खराबी आ गई है यानि पित्त की पथरी बढ़ गई है तो निकालो उस को बहार उस का ओप्रशन करो और अगर आप वुमन हो आप के यूट्रेस खराबी आ गई है आप की बलेडिंग बढ़ गई है तो इस गर्भाशय को बहार निकालो ,काट दो कैंची से निकल दो ,ये तो सर्जन का काम है क्योकिं उन्हों ने परिश्रम किया उनहोंने ने हथियार बनाये और आप उन को अगवाही कर रहे हो ,तो आप ने ऐसा नहीं करना जिंदगी बहुत ही अनमोल है आप ने भी कुछ क्रेएशन करना है कैंची नहीं भाई बहुत सारी ओर भी चीज़े है जो आप कर सकते हो ,इतने ideas है लाइफ में ,इतना विशाल ज्ञान है लाइफ में बयेअंत उस की तरफ अपना ध्यान लगाए | तो ठीक है आप ने हमेशा कहना है मैं मैं स्वस्थ हु , मैं स्वस्थ हु, मैं स्वस्थ हु ,तो ये बात आप का माइंड भी मान जायेगा, अरे कुछ भी नहीं है आप बिलकुल स्वस्थ हो |
२. ताजा व कच्चा भोजन खाये
दूसरी बात eat फ्रेश ,कच्चा खाओ फ्रेश खाओ और मैंने ये कहा कि फ़ौरन कंट्री वालों का पेट हमेशा खराब रहता है वह कभी फ्रेश नहीं खाते रोटी की खोज भारत में हुई चिक्की की खोज भारत में हुई यहाँ पर चिक्की चलाई जाती थी गेहू का आटा निकला जाता था रोटी पका ली जाती थी मै भी अपनी रोटी आप पकाता हु ये बहुत आसान है पेट हमेशा सवस्थ रहता है आप भी गेहू रोटी खाओ चोकर समेत खाओ सब्जिया ताजी खाओ फल ताजे खाओ कभी पेट की समस्या नहीं आएगी
पेट की समस्या उस को आती है जो ब्रैड खाते बासी खाते कई कई दिन का खाते है कियुकी यूरोप अमरीका वालो को आज तक रोटी पकाने नहीं आई ,वह बाजार से एक ब्रेड ले लेते है पैकेट की रोटी वो भी तीन तीन चार चार दिन कोल्ड स्टोर की रखी हुयी तो उन का पेट ख़राब होगा ही तो उन को ibs की बीमारी होनी ही है वो इस बीमारी के बारे में सोच रहे है और बीमारी के दिन काट रहे है उनकी कभी पेट की गैस ठीक नहीं होती कभी पेट की कब्ज ठीक नहीं होती तो कच्चा खाओ फ्रेश खाओ
३. अपनी जिंदगी को तनाव से दुर रखो
हमेशा ही तनाव को दूर किया जा सकता है उस को ख़त्म किया जा सकता है एक सिंपल सा मैडिशन हो जाये जबान कही अटकती नहीं ॐ का मतलब है रक्षा करने वाला क्यों टेंशन ली जाये ये टेंशन हमें होना नहीं चाहीय गुरु नानक जी ने तीन स्टेप बताये है नाम जपो, कीरत करो और वंड के छाको आपको ये मैडिटेशन करना चाहिए जब भी स्ट्रेस आये उस परमात्मा का सिमरन तथा आप उस समय ब्रह्मज्ञानी बन जाते हो तो बीमारी तो रहे गी ही नहीं |
तो हमेशा ही ॐ या जिस को भी आप मानते हो उस का ध्यान करना है बहुत लम्बे स्वासो में लिया जाये तो तनाव काम होता जाता है आप की आंतें जो संकुचन है वो काम होता जाता आप को कब्ज नहीं रहती आप को दस्त नहीं रहते तथा उस परमात्मा का जैसे जैसे आप शुक्रिया करोगे आप का पेट का दर्द भी ठीक हो जायेगा
४. व्यायाम करें और चलने की आदत डालें
आप को कसरत और पैदल चलना है उस से क्या होगा की हमारा जो ब्रह्मचर्य है वो स्टिक हो जाता है ब्रह्मचर्य से हमारा इम्यून इम्यून सिस्टम ठीक हो जाता है तो इसका आदत बहुत ही जरुरी है आप एक नोट बुक बनाओ उस में रोज हजारी लगाओ रोज कितने समय मै पैदल चलता हु ,कितना व्यायाम करता हु पिछले दो महीने का आप ने चैक किया की आप कितने पैदल चले कितना व्यायाम किया |
मै आप को बताता हु एक किताब है ब्रह्मचर्य की साधन जिसे श्री ओमानंद स्वामी जी ने लिक्खा है तो इस में राम मूरति जी की बात आती है वो भी बहुत बीमार थे तो उन्होंने दंड बैठक लगाना शुरू किया राम मूरति जी ने ५०० ५०० १००० दंड बैठक लगते थे तो उन का पसीना निकलता था पसीने से सभी बीमारी ख़तम हो जाती थी
मुझे पेशेंट कहते है मेरा पसीना नहीं निकलता आप ५०० का गोल बनाओं पसीना निकलेगा ,बीमारी बिलकुल ठीक हो जायेगी |
५. बाहर का खाना बंद करो
आल आउट साइड फ़ूड घर से बहार का जो फ़ूड है वो खाना बंद कर दीजिये नमकीन मिठाहिया जितना भी होटल का फ़ूड है वो बंद घर से बहार जाते हो तो अपने घर से बना कर जाये ओके तो आप का पेट ठीक रहेगा +
६. बाहर प्रकृति में रहे
मैने देखा पहले आप घर में बैठे हो फिर घर से बाहर कार मै बैठ कर ऑफिस चलेगे एक्सरसाइज की वाकिंग की घर में ही मशीन रखीं हुई है तो sun एनर्जी कहां से मिली हमारे अंदर जो जठराग्नि होती है वो sun से होती है
हमारे अंदर की जठराग्नि मंद हो गई है कब्ज तो होगी तो आज से कसम खा लो दुनिया इधर की उधर हो जाये
चाहे आप नेपाल में रहते हो Asia हो इंडिया में रहते हो ८ या ९ महीने sun तो होता ही है कम से काम १ घंटा २ घंटा सूरज की रोशनी लेनी है जो की फ्री में मिल रही है बाहर तो खोज हो रही है की इस से हमें किया मिलता है योरोप वालो को मैं नहीं कह सकता भारत वालो को तो कह सकता हु आप की भाषा मै बोल रहा हु आप को
ओके
७. प्रतिदिन हवन करें
डेली हवन कीजिये हवन से जो गैसे निकलती है वो इतनी लाभकारी है ऊर्जा की प्राप्ति होती है तो ये दानव जो ibs का है वो ख़तम हो जायेगा आपको कभी कोई सिम्टम नहीं आएंगे , आप की सेहत दिन प्रति दिन बढ़ती जायेगी आगे विकास की तरफ आप जाओगे
दोस्तों एक बार फिर बता देता हु आप ने कभी अपने आप को ये नहीं कहना की आप ibs के मरीज हो हमेशा ये कहना है की स्वस्थ हु मै ठीक हु ठीक मै ठीक हु
१ फ्रेश खाऊंगा , घर की चोकर समेत आटे वाली रोटी
२ कच्ची सब्जी कच्ची फ्रूट खाऊंगा देसी गए का तजा कच्चा मिल्क पियुगा
स्ट्रेस फ्री लाइफ जियु गए
ॐ का सिमरन करू गा
डेली मै अपनी आदत बनुगा पैदल चलने की
मै बहार नेचर में जाऊगा घर में नहीं बैठूंगा सूरज की रोशनी लूगा
सर्दी हो गर्मी हो बरसात हो रोज हवन करुगा उस की सुगंध लूगा मै हेल्थी हो जाऊंगा
Video Tutorial
COMMENTS