"दूसरों से अच्छे संबंध बना कर कैसे अपनी बीमारी ठीक करे" के भाग २ में आप का स्वागत है | यदि आप ने भाग १ नहीं पड़ा तो यहां पड़े |
६. सामने वाले व्यक्ति की प्रबल इच्छा जगाये
यदि आप बीमार है व आप चाहते है दूसरे आप का कहना माने , तो डिक्टेटर बनना त्याग दे क्योकि उनके कहना न मैंने से आपको इमोशनल pain होगा जो आप की बीमारी ठीक नहीं करने देगा | इस लिए आप एक नया तरीका खोजे , आप जो चाहते है वो दूसरे खुद बा खुद करे , इसके लिए आप सामने वाले को उसके लाभ बताये | जैसे आप चाहते है के आप का बेटा आप के सेवा करे तो उसको पिता की सेवा के लाभ बताये
१. यदि आप मेरी सेवा करोगे तो पोते पर इसके अच्छे संस्कार बनेगे व जब आप बुजर्ग हो जाओगे वो भी आप की सेवा करेंगे |
२. यदि आप मेरी सेवा करोगे तो मैं आप को आशीर्वाद व दुवा दूंगा |
३. यदि आप मेरी सेवा करोगे तो जब आप बीमार होंगे तो मैं भी आप की सेवा करुगा
४. यदि आप मेरी सेवा करोगे , तो मैं सद्वार इस बात के लिए आप का कृतज्ञ रहूंगा के मेरे बेटे की सेवा की वजह से मैं ठीक हो गया |
५. यदि आप मेरी सेवा करोगे तो कार्य के योग्य हो जाउगा व आप के कार्यो में भी सहयोग दूंगा जिस से आप के धन की बचत होगी |
७. सभी व्यक्तियों को अपना दोस्त बनाये
यदि आप सभी को अपना दुश्मन बना लेंगे तो आप की बीमारी कभी ठीक नहीं हो सकती क्योकि जब जब आप की बीमारी ठीक होने लगेगी तो यही दुश्मन शब्द बाणों से अपना विष आप के कानों में फेंकेगे | व आप को दुखी करेंगे | जिस से आप को फिजिकल बीमारी के स्ट्रेस के साथ साथ इन इमोशनल पैन का दर्द भी सहना होगा | यह आप के लिए मुश्किल हो जायगा | क्योकि दुश्मन का उदेश्य होता है | अपने शिकार का नाश करना जब आप के घर के दुश्मन, दोस्त दुश्मन व रिश्तेदार दुश्मन , तो आप काफी अकेले महसूस करोगे |
इस लिए सभी को आप का दोस्त बनाना जरुरी है | दोस्त बनाना बहुत आसान है
अपना समय, ऊर्जा व सकरात्मक ऊर्जा उनको दे उन में सच मच रुईची ले व उनका जनम दिवस मनाये
यह सब चीजे आप के दोस्तों की संख्या बढ़ाएंगे |
८ . दूसरे व्यक्तियों से मुस्करा कर मिले
जब आप दूसरों से मुस्करा कर मिलते हो | तो आप यह दिखाते हो कि आप को उन पर भरोसा है | आप उन्हें पसंद करते हो | आप कहते हो उनके आने से आप को ख़ुशी हई है | यह मुस्कराहट आप के अच्छे सबंध बनाने में बहुत सहयक सिद्ध होती है |
बीमारी के कई मामलों में आप का स्ट्रेस जिमेवार होता है | आप स्ट्रेस में होते हो तो जब भी जॉब में जाते हो या अपनी दुकान खोलते हो तो गुसा हो जाते हो जिस से बॉस या गाहक नाराज हो जाता है | जिस से आप का भी खून सूख जाता है इस लिए आप को दूसरे वियक्तियों से मुस्कराकर बात करनी चाहिए जिस से शांति का माहौल व ख़ुशी का माहौल पैदा हो व यह आप की बीमारी ठीक करने में सहायक सिद्ध होंगे |
यदि आप यह मुस्कराहट अपनी बीमारी में भी औरो को देंगे तो व आप को इसके बदले मुस्कराहट ही देंगे | जिस से सकरात्मक एनर्जी बढ़ती जाएगी व आप स्वस्थ हो जाओगे |
९. दूसरों के नाम को याद करे व उनके शुभ नाम के साथ जी से पुकार कर दूसरे व्यक्तियों को इज्जत दे
जब हम एक तो नाम को याद करते है व उसके साथ जी लगते है तो इस से दूसरों की इज्जत काफी बढ़ जाती है | इस से व्यक्ति भी जी कहकर हमे पुकारने लगता है | व एक अच्छे सबंध को बनाने के लिए यह बहुत जरुरी है। हर व्यक्ति को अपना नाम काफी महत्पूर्ण लगता है | आप दूसरों को महत्वपूर्ण बनाने की ख़ुशी दे |
१०. बोलना कम व दूसरों को सुनने की आदत डाले
आप अभी बीमार हो यदि किसी से कोई बात करनी है तो आप को कम बोलना चाहिए व सुनना ज्यादा चाहिए | इस आदत से आप के स्वास्थ्य में सुधर आएगा | उसके दो कारण है
पहला : कम बोलने से आप की ऊर्जा की wastage नहीं होगी |
दूसरा : कम बोलने से आप ज्यादा समय बात में दूसरे को बोलने में देते हो | जिस से दूसरा महत्वपूर्ण बन जाता है | दूसरा व्यक्ति अपने ज्ञान का या दूसरे चीजों को अहंकार संतोष कर सकता है व आप सुन कर उसके एहंकार को संतोष करते हो | क्योकि हमेशा अहंकार का फ्लो निम्रता की तरफ होता है | व एहंकारी व्यक्ति निम्र व्यक्ति से सबसे ज्यादा प्रभावित होता है |
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